*#हिन्दुओं याद रखना #मोदी,#योगी,और #शाह,इनकी #ईमानदारी पे कभी शक मत करना,,क्योंकि ये कोई नेता नही

Wednesday, 22 April 2015

जय जय श्री राम

[//////// : मैंने गाँधी को क्यों मारा " ?
नाथूराम गोडसे का अंतिम
बयान
{इसे सुनकर अदालत में उपस्तित सभी लोगो की आँखे
गीली हो गई थी और कई तो रोने लगे थे एक जज महोदय ने
अपनी टिपणी में लिखा था की यदि उस समय अदालत
में उपस्तित लोगो को जूरी बनाया जाता और उनसे फेसला देने को कहा जाता तो निसंदेह वे प्रचंड बहुमत से
नाथूराम के निर्दोष होने का निर्देश देते }

नाथूराम जी ने कोर्ट में कहा --सम्मान ,कर्तव्य और अपने
देश वासियों के प्रति प्यार कभी कभी हमे अहिंसा के
सिधांत से हटने के लिए बाध्य कर देता है. मैं कभी यह
नहीं मान सकता की किसी आक्रामक का शसस्त्र प्रतिरोध करना कभी गलत या अन्याय पूर्ण
भी हो सकता है। प्रतिरोध करने और यदि संभव
हो तो एअसे शत्रु को बलपूर्वक वश में करना, में एक
धार्मिक और नैतिक कर्तव्य मानता हूँ। मुसलमान
अपनी मनमानी कर रहे थे। या तो कांग्रेस उनकी इच्छा के
सामने आत्मसर्पण कर दे और उनकी सनक, मनमानी और आदिम रवैये के स्वर में स्वर मिलाये अथवा उनके
बिना काम चलाये .वे अकेले ही प्रत्येक वस्तु और
व्यक्ति के निर्णायक थे. महात्मा गाँधी अपने लिए
जूरी और जज दोनों थे। गाँधी ने मुस्लिमो को खुश करने के
लिए हिंदी भाषा के सोंदर्य और सुन्दरता के साथ
बलात्कार किया. गाँधी के सारे प्रयोग केवल और केवल हिन्दुओ की कीमत पर किये जाते थे जो कांग्रेस
अपनी देश भक्ति और समाज वाद का दंभ
भरा करती थी .उसीनेगुप्त रूप से बन्दुक की नोक पर
पकिस्तान को स्वीकार कर लिया और जिन्ना के
सामने नीचता से आत्मसमर्पण कर दिया .मुस्लिम
तुस्टीकरण की निति के कारन भारत माता के टुकड़े कर दिए गय और 15 अगस्त 1947 के बाद देशका एक तिहाई
भाग हमारे लिए ही विदेशी भूमि बन गई.नहरू
तथा उनकी भीड़ की स्विकरती के साथ ही एक धर्म के
आधार पर राज्य बना दिया गया .इसी को वे
बलिदानों द्वारा जीती गई सवंत्रता कहते है
किसका बलिदान ? जब कांग्रेस के शीर्ष नेताओ ने गाँधी के सहमती से इस देश को काट डाला, जिसे हम
पूजा की वस्तु मानते है तो मेरा मस्तिष्क भयंकर क्रोध से
भर गया। मैं साहस पूर्वक कहता हु की गाँधी अपने कर्तव्य
में असफल हो गय उन्होंने स्वय को पकिस्तान
का पिता होना सिद्ध किया .
में कहता हु की मेरी गोलिया एक ऐसे व्यक्ति पर चलाई गई थी ,जिसकी नित्तियो और कार्यो से
करोडो हिन्दुओ को केवल बर्बादी और विनाश
ही मिला ऐसे कोई क़ानूनी प्रक्रिया नहीं थी जिसके
द्वारा उस अपराधी को सजा दिलाई जा सके इस्सलिये
मेने इस घातक रस्ते का अनुसरण किया..............मैं अपने
लिए माफ़ी की गुजारिश नहीं करूँगा ,जो मेने किया उस पर मुझे गर्व है . मुझे कोई संदेह नहीं है की इतिहास के
इमानदार लेखक मेरे कार्य का वजन तोल कर भविष्य में
किसी दिन इसका सही मूल्याकन करेंगे।

जब तक सिन्धु नदी भारत के ध्वज के नीछे से ना बहे तब
तक मेरी अस्थियो का विसर्जित मत करना।
/////////// ,........बिना सिंध के हिन्द कहाँ है,
,,,,,..रावी बिन पंजाब नहीं।
,,,,,,गंगा कैसे सुखी रहेगी,
जब तक संग चिनाब नही।
,,,,.......लाहौर बिना तो संविधान की,
अपनी बात अधूरी है।
,..........बिना करांची कैसे कह दें,
यह आज़ादी पूरी है।
,,,,,,,,,,,आज़ादी का जश्न मानेगा,
पेशावर की गलियों में।
.........तभी तो खुशबू आ पाएगी,
काश्मीर की कलियों में।
,,,,,,,,.,..दिल्ली तुझे कसम है .....दिल्ली तुझे कसम है......अबकी,
मत रोड़े अटकाना।
,,,....ताशकंद व शिमला जैसे,
समझौते मत दोहराना।
..........वचन हमारा रणभूमि में,
ऐसी तान बजायेंगे।
...........गाड़ तिरंगा सिन्धु तट पर,
वन्दे मातरम गायेंगे।
,,,,,,,,साँप सपोलों ने दिल्ली को,
आज पुन: ललकारा है।
,,,,,,,,,,,,,घोंप कटारी कह दो उनको,
पकिस्तान हमारा है।

💫
🚩🚩🚩🚩🚩🚩
जय जय श्री राम
वन्दे मातरंम् .....
[////////‬: एक बार संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर को ले कर चर्चा चल रही थी।

एक भारतीय प्रवक्ता बोलने के लिए खड़ा हुआ। अपना पक्ष रखने से पहले उसने ऋषि कश्यप की एक बहुत पुरानी कहानी सुनाने की अनुमति माँगी। अनुमति मिलने के बाद भारतीय प्रवक्ता ने अपनी बात शुरू की...

"एक बार महर्षि कश्यप, जिनके नाम पर आज कश्मीर का नाम पड़ा है, घूमते-घूमते कश्मीर पहुंच गए।

वहाँ उन्होंने एक सुन्दर झील देखी तो उस झील में उनका नहाने का मन हुआ।

उन्होंने अपने कपड़े उतारे और झील में नहाने चले गए।

जब वो नहा कर बाहर निकले, तो उनके कपड़े वहाँ से गायब मिले।

दरअसल, उनके कपड़े किसी पाकिस्तानी ने चुरा लिये थे..."

इतने में पाकिस्तानी प्रवक्ता चीख पड़ा और बोला:
"क्या बकवास कर रहे हो? उस समय तो 'पाकिस्तान' था ही नहीं!!!"

भारतीय प्रवक्ता मुस्कुराया और बोला:

 "और ये पाकिस्तानी कहते हैं कि कश्मीर इनका है!!!" 🇮🇳🇮🇳


इतना सुनते ही... पूरा संयुक्त राष्ट्र सभा ठहाकों की गूंज से भर उठा।।
[///////: एक अरब मुस्लिम लन्दन में एक बस में चढ़ा और उस ने बस चालक से अनुरोध किया कि बस में बज रहे पाश्चात्य संगीत को तत्काल बन्द कर दे .

बस चालक ने इसका कारण पूछा तो अरब मुस्लिम ने कहा कि इस्लाम की शिक्षा के अनुसार संगीत सुनना हराम है क्यूँ कि प्यारे नबी के समय संगीत नहीं था और विशेष रूप से पाश्चात्य संगीत .

बस चालक ने विनम्रतापूर्वक रेडियो बन्द कर दिया,
बस का दरवाज़ा खोला और अरब मुस्लिम को बस से
नीचे उतर जाने का निवेदन किया .

अरब मुस्लिम ने
इस का कारण पूछा .

बस चालक ने विनम्रता से उत्तर
दिया ---
" हे अरबी भाई प्यारे नबी के समय कोई टेक्सी नहीं थी,
कोई बस नहीं थी ,
कोई बम नहीं थे ,
हवाई जहाजों का अपहरण करने वाले नहीं थे ,
मसजिद में शोरगुल मचाने वाले
लाउडस्पीकर नहीं थे ,
कोई आत्मघाती हमले नहीं होते थे ,
आर डी एक्स नहीं था ,
ए के 47 नहीं थी ,
सर्वत्र केवल शान्ति थी

अतः चुपचाप नीचे उतर जाओ और गंतव्य तक पहुँचने के लिए ऊँट का इन्तजार करो .....
😉😉
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[: : हिन्दु क्यों दुर हो रहा है अपने धर्म से ?

हिन्दु को राम राम कहने में क्यों आती है शर्म ?

हिन्दु तिलक लगाने में क्यों हिचकता है ?

हिन्दु मंदिर जाने में क्यों शरमाता है ?

कारण एक ही है.........

आप फिल्में तो देखते ही हैं उसमें आपने देखा होगा की फिल्म में जो नमस्ते करता है ,
राम राम कहता है ,
भगवान का नाम लेकर बात करता है ,
बात करते करते हे!राम बोलता है , उस पर सब हंसते हैं
उसकी हंसी उड़ाते हैं ,
उसे गांव वाला कहा जाता है..

कुछ दृश्यो में दिखाया जाता है कि लड़कियां उन लड़को को बिलकुल भाव नहीं दे रही जिनके गले में रुद्राक्ष की माला है ,
तिलक लगा रखा है , भगवान
का नाम ले रहा है , मंदीर जा रहा है..
क्या किसी फिल्म में किसी दुसरे धर्म को मानने पर उसे इस तरह गांव वाला दिखाया गया हो जरा याद किजिए..
नहीं याद आ रहा ना , आयेगा भी नहीं क्योंकी एसा किसी फिल्म
में दिखाया ही नहीं गया है..
चलिए और गोर से समझ लेते हैं आप किसी हिन्दु के छोटे बच्चे को राम राम बोलो वो आपको बदले में क्या जवाब देगा..

फिर एक दुसरे धर्म के बच्चे को उसके धर्म के अनुसार कहिये वो आपको क्या जवाब देता है..

आप खुद समझ जायेंगे की हमारी आने वाली पिढ़ी कहा जा रही है..
एक और उदाहरण.......

अब अपने आफिस में किसी हिन्दु को राम राम बोलो..

आप भी जानते हैं सब हंसने लगेंगे
आपको हाय हलो कहने को कहेंगे..
अब अगर कोई गलती हो जाये तो हे!राम बोलिये
सब फिर हंसेंगे पर
ओह गॉड बोलिये कोई नहीं हंसेगा..
अब अगर आपके फ्रेंड्स में कोई मुस्लिम हो तो उसे अस-
सलाम-वालेकुम बोलिए चाहे वो कितना भी पढ़ा लिखा हो वो हंसेगा नहीं आपको वालेकुम-
अस-सलाम जरुर बोलेगा..
और आपके अंदर हिम्मत हो तो उस पर हंस कर बताइये..

पर

हिन्दु को राम राम बोलो वो चार दिन तक आपकी हंसी उड़ायेगा..
ये सब हिन्दुओं के दिमाग में किसने भरा की राम राम बोलने वाला गांव वाला और हाय हैलो बोलने वाला पढ़ा लिखा और हाई-फाई..

जवाब है .......

फिल्मों ने ये एक षडयंत्र है हिन्दुओं के खिलाफ ताकी हिन्दु दुर हो जाये अपने धर्म से..

जरा सोचिये

हिन्दुस्तान में लगभग 75 करोड़ हिन्दु है
ये फिल्में अपनी कमाई का 70% हमसे ही कमाते हैं और हमारे ही धर्म की कब्र खोद रहे हैं..

हाय हाय नहीं राम राम बोलो
क्योंकी हाय हाय तो हिजड़े भी बोलते हैं..

अब एक किस्सा सुनो..

पिछले संडे को मैने सोचा सबको राम राम बोल के देखुं तो संडे को घुमने का मुड़ था सब दोस्त एक मॉल के बाहर मिले कुछ लड़कियां भी थी..
तो वहां मैने सोचा चलो सबको राम राम बोलता हुं और सबके सामने जाते ही कहा राम राम दोस्तो..
जैसा की होना था साले पेट पकड़-पकड़ कर हंसने लगे..

मैं भी कमर कस के गया था मैने वहां मेरे एक दोस्त इमरान को बुला लिया था थोडी देर बाद जब
वो आया तो मैने उसे अस-सलाम-वालेकुम कहा उसने
तुरंत वालेकुम-अस-सलाम कहा..
सबकी शकल देखने लायक थी..
मैं बोला दम हो तो अब हंस के
दिखाओ..

आप भी समझ गये होंगे.. की हमें क्या करना है..
फिर भी याद रखने के लिए
🚩अपने घर में छोटे बच्चो को राम राम कहिये.
उनसे भी जवाब में राम राम कहने की आदत डालिए.
🚩उन्हे रोज़ मंदिर घुमाने लेकर जाइए.
🚩हिन्दु देवी देवताओं की कहानी सुनाये.
🚩महाराणा प्रताप , शिवाजी राव जैसे वीरो की कहानी सुनाये ना की अकबर बीरबल और
सिकंदरो की.
🚩उन्हे तिलक लगाने की आदत डालें.
🚩गायत्री मंत्र , हनुमान चालीसा , व महा मृत्युन्ज्य मंत्र याद करायें.
🚩गलती होने पर हे!राम बोलने की आदत डालें बजाय ओह गॉड के.
🚩मुसीबत आये तो "हे! हनुमान रक्षा करो" बोले बजाय
"ओह गॉड सेव मी" के.
🚩ये सारी बातें आप भी अपनाये व अमल में लायें.

हिन्दु संस्कृति बचेगी ,
तब ही हिन्दु बचेगा ........

             🚩 जय श्री राम 🚩

ईच्छा है तो इस मैसेज को आगे बढाऔ ....जय हिन्द
[/////// कहते है शेरनी एक शेर को
जन्म देकर आराम से सोती है

मगर यहाँ तो लाखो शेर है
फिर भी माँ भारती
सिसक सिसक कर रोती है.../////
..।..🙏जागो ,,देश,, के शेरो 🙏
 इस धरती से उस अम्बर तक भारत
की जयकार
करो....!
उठो हिन्द के सिंह शावकों गांडीव
की टंकार करो.....!!
जो भारत माँ को गाली दे उन दुष्टों का संहार करो....!
स्वाभिमान से जीना है तो हिन्दुत्व
को स्वीकार
करो.....!!
-------- वंदेमातरम --------
              ///‬: अब केवल आवश्यकता है हिम्मत की खुद्दारी की
दिल्ली मोहलत दे दे केवल 2 दिन की तैय्यारी की
सेना को आदेश थमा दो घाटी ग़ैर नहीं होगी
जहाँ तिरंगा नहीं मिलेगा उनकी खैर नही होगी ///////पत्थर को पिस कर
कभी मैदा नहीं हुआ।
और हिंदू को झुका दे
ऐसा लाल
पैदा नहीं हुआ।
अगर जो आँख उठी मेरे हिंदू पे,
तो फिर तलवार उठेगी
और फिर कोई समझौता न होगा...!!

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‬: उठा कर तलवार जब घोडे पर सवार होते,
बांध कर पघडी जब भी हम तैयार होते ,
देखते लोग छत पर चढ कर हमको,
ओर कहते काश हम भी हिंदू होते

Proud 2 be an indian.......

किसी ने कहा भारत मे हिंदू की आबादी इतनी कम क्यौ है।


जवाब आया अगर शैरो की तादाद बढ़ जाती हे तो दुसरी प्रजातीया खतरे मे पढ़ जाती हे।🐅

🇮🇳कट्टर हिंदू हो तो शेअर करो

वो 'पत्थरों 'से मांगते है अपनी मुराद

ए दोस्तों "

हम तो उनके भक्त हैं जिनके नाम के "पत्थर"भी तैरतेे हैं !

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