*#हिन्दुओं याद रखना #मोदी,#योगी,और #शाह,इनकी #ईमानदारी पे कभी शक मत करना,,क्योंकि ये कोई नेता नही

Friday, 24 April 2015

माँ जैसा कोई नही

एक गरीब परिवार में एक सुन्दर सी बेटी👰 ने जन्म लिया..

बाप दुखी हो गया बेटा पैदा होता तो कम से कम काम में तो हाथ बटाता,,
        उसने बेटी को पाला जरूर,
 मगर दिल से नही....

वो पढने जाती थी तो ना ही स्कूल की फीस टाइम से जमा करता,
 और ना ही कापी किताबों पर ध्यान देता था...
अक्सर दारू पी कर घर में कोहराम मचाता था........

उस लडकी की मॉ बहुत अच्छी व बहुत भोली भाली थी वो अपनी बेटी को बडे लाड प्यार से रखती थी..
वो पति से छुपा-छुपा कर बेटी की फीस जमा करती
और कापी किताबों का खर्चा देती थी..
अपना पेट काटकर फटे पुराने कपडे पहन कर गुजारा कर लेती थी,
 मगर बेटी का पूरा खयाल रखती थी...

पति अक्सर घर से कई कई दिनों के लिये गायब हो जाता था.

जितना कमाता था दारू मे ही फूक देता था...

वक्त का पहिया घूमता गया
"
"
"
"
बेटी धीरे-धीरे समझदार हो गयी..
दसवीं क्लास में उसका एडमीसन होना था.
मॉ के पास इतने पैसै ना थे जो बेटी का स्कूल में दाखिला करा पाती..
बेटी डरडराते हुये पापा से बोली:
पापा मैं पढना चाहती हूं मेरा हाईस्कूल में एडमीसन करा दीजिए मम्मी के पास पैसै नही है...
बेटी की बात सुनते ही बाप आग वबूला हो गया और चिल्लाने लगा बोला: तू कितनी भी पड लिख जाये तुझे तो चौका चूल्हा ही सम्भालना है क्या करेगी तू ज्यादा पड लिख कर..

उस दिन उसने घर में आतंक मचाया व सबको मारा पीटा

बाप का व्यहार देखकर बेटी ने मन ही मन में सोच लिया कि अब वो आगे की पढाई नही करेगी....
एक दिन उसकी मॉ बाजार गयी

बेटी ने पूछा:मॉ कहॉ गयी थी
मॉ ने उसकी बात को अनसुना करते हुये कहा :
बेटी कल मै तेरा स्कूल में दाखिला कराउगी
बेटी ने कहा: नही़ं मॉ मै अब नही पडूगी मेरी वजह से तुम्हे कितनी परेशानी उठानी पडती है पापा भी तुमको मारते पीटते हैं कहते कहते रोने लगी..
मॉ ने उसे सीने से लगाते हुये कहा: बेटी मै बाजार से कुछ रुपये लेकर आयी हूं मै कराउगी तेरा दखिला..
बेटी ने मॉ की ओर देखते हुये पूछा: मॉ तुम इतने पैसै कहॉसे लायी हो??
मॉ ने उसकी बात को फिर अनसुना कर दिया...

वक्त वीतता गया
"
"
"
"मॉ ने जी तोड मेहनत करके बेटी को पढाया लिखाया
बेटी ने भी मॉ की मेहनत को देखते हुये मन लगा कर दिन रात पढाई की
 और आगे बडती चली गयी.......
""""
"""""""
""""""""""
इधर बाप दारू पी पी कर बीमार पड गया
डाक्टर के पास ले गये
डाक्टर ने कहा इनको टी.बी. है
"""
"""""
एक दिन तबियत ज्यादा गम्भीर होने पर बेहोशी की हालत में अस्पताल में भर्ती कराया..
दो दिन बाद उस जबे होश आया तो डाक्टरनी का चेहरा देखकर उसके होश उड गये😳😳


वो डाक्टरनी कोई और नही वल्कि उसकी

अपनी बेटी थी..

शर्म से पानी पानी बाप
कपडे से अपना चेहरा छुपाने लगा
और रोने लगा हाथ जोडकर बोला: बेटी मुझे माफ करना मैं तुझे समझ ना सका...

दोस्तों बेटी 💎आखिर बेटी होती है
,,,,,,,,
बाप को रोते 😥देखकर बेटी ने बाप को गले लगा लिया..

""""""
दोस्तों गरीबी और अमीरी से कोई फर्क नहीं पडता,,
अगर इन्सान का इरादा हो तो आसमान में भी छेद हो सकता है

किसी ने खूब कहा //

"कौन कहता है कि आसमान मे छेद नही हो सकता,,
              अरे एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारों"

"""

एक दिन बेटी माँ से बोली: माँ तुमने मुझे आजतक नहीं बताया कि मेरे हाईस्कूल के एडमीसन के लिये पैसै कहाँ से लायी थी??

बेटी के बार बार पूछने पर
 माँ ने जो बात बतायी
 उसे सुनकर
बेटी की रूह काँप गयी....

माँ ने अपने शरीर का खून बेच कर बेटी का एडमीसन कराया था....

दोस्तों तभी तो मॉ को भगवान का दर्जा दिया गया है
माँ जितना औलाद के लिये त्याग कर सकती है
उतना दुनियाँ में कोई और नही..

दो पंक्तियाँ माँ के लिये::::
गोदी में मुझको सुलाया है माँ ने,,
बडे प्यार से अपनी मीठी जुवॉ से,
बेटा कह कर बुलाया है माँ ने,,
मुझको लेके अपनी नरम बाजुओं मे,
मोहब्बत का झूला झुलाया है माँ ने,,
सभी जख्म अपने सीने पे लेके,
हर चोट से बचाया है माँ ने,,
कभी मेरे माथे पे काला टीका लगा के,
यूं बचपन में मुझको सजाया है माँ ने,,
यूं चेहरा दिखा के मुझे रोज अपना,
मुझे मेरे रव से मिलाया है माँ ने,,
ऐ इन्सॉ तू जो इतना इतरा के चलता है,
काबिल तुझे इसके बनाया है माँ ने,,

///////
🇮🇳जिंदगी में जादू बहुत देखे....

पर विश्वास बीमार होने पर माँ के नजर उतारने वाले जादु पर सबसे ज्यादा हुआ..☝
😊💘😊🙏🙏🙏🙏

रेलवे स्टेशन पर चाय बेचने वाले लड़के
की नजरें अचानक
एक बुजुर्ग दंपति पर पड़ी।
उसने देखा कि वो बुजुर्ग
पति अपनी पत्नी का हाथ पकड़कर
उसे सहारा देते हुए चल रहा था ।
.
थोड़ी दूर जाकर वो दंपति एक खाली जगह
देखकर बैठ गए ।
कपड़ो के पहनावे से वो गरीब ही लग रहे
थे ।
.
तभी ट्रेन के आने के संकेत हुए और
वो चाय वाला अपने
काम में लग गया।
शाम में जब वो चाय वाला वापिस स्टेशन
पर आया तो देखाकि
वो बुजुर्ग
दंपति अभी भी उसी जगह बैठे
हुए है ।
.
वो उन्हें देखकर कुछ सोच में पड़ गया ।
देर रात तक जब चाय वाले ने उन बुजुर्ग
दंपति को उसी जगह पर
देखा तो वो उनके पास गया और उनसे पूछने
लगा: बाबा आप
सुबह से यहाँ क्या कर रहे है ?
आपको जाना कहाँ है ?
.
बुजुर्ग पति ने अपना जेब से कागज का एक
टुकड़ा निकालकर
चाय वाले को दिया और कहा: बेटा हम
दोनों में से किसी को
पढ़ना नहीं आता,इस कागज में मेरे बड़े
बेटे का पता लिखा
हुआ है ।मेरे छोटे बेटे ने कहा था कि अगर
भैया आपको लेने
ना आ पाये तो किसी को भी ये
पता बता देना,
आपको सही
जगह पहुँचा देगा ।
.
चाय वाले ने उत्सुकतावश जब वो कागज
खोला तो उसके होश
उड़ गये । उसकी आँखों से एकाएक आंसूओं
की धारा बहने लगी ।
.
उस कागज में लिखा था कि.........
"कृपया इन दोनों को आपके शहर के
किसी वृध्दाश्रम में
भर्ती करा दीजिए, बहुत बहुत
मेहरबानी होगी..."

दोस्तों ! धिक्कार है ऐसी संतान पर, इसके
बजाय तो बाँझ
रह जाना अच्छा होता है !


खुदा की मोहब्बत को फना कौन करेगा?🎵
🎵सभी बंदे नेक तो गुनाह कौन करेगा?🎵

🎵"ए खुदा मेरे इन दोस्तो को सलामत रखना...वरना मेरी सलामती की दुआ कौन करेगा ?🎵

🎵और रखना मेरे दुश्मनो को भी मेहफूस ...
वरना मेरी तेरे पास आने की दुआ कौन करेगा ?"🎵

🎵खुदा ने मुझसे कहा
"इतने दोस्त ना बना, तू धोखा खा जायेगा"🎵

🎵मैने कहा "ए खुदा , तू ये मेसेज पढनेवालो से मिल तो सही ,🎵
🎵तू भी धोखे से दोस्त बन जायेगा ."🎵🎵
✳ कदम रुक गए जब पहुंचे हम रिश्तों के बाज़ार में...

✳ बिक रहे थे रिश्ते खुले आम व्यापार में..

✳ कांपते होठों से मैंने पुछा,
"क्या भाव है भाई इन रिश्तों का?"

✳ दूकानदार बोला:

✳ "कौनसा लोगे..?

✳ बेटे का ..या बाप का..?

✳ बहिन का..या भाई का..?

✳ बोलो कौनसा चाहिए..?

✳ इंसानियत का.या प्रेम का..?

✳ माँ का..या विश्वास का..?

✳ बाबूजी कुछ तो बोलो कौनसा चाहिए.चुपचाप खड़े हो कुछ बोलो तो सही...

✳ मैंने डर कर पुछ लिया दोस्त का..?

✳ दुकानदार नम आँखों से बोला:

✳ "संसार इसी रिश्ते पर ही तो टिका है ..,माफ़ करना बाबूजी ये रिश्ता बिकाऊ नहीं है..
इसका कोई मोल नहीं लगा पाओगे,

✳ और जिस दिन ये बिक जायेगा... उस दिन ये संसार उजड़ जायेगा..."

✌सभी मित्रों को समर्पित.😘.
💖💖💖💖💖💖💖💖💖
🌹💝
💛💙💜💚❤💛💙💜💚

🔆वाह रे जमाने तेरी हद हो गई,
    बीबी के आगे मदर रद्द हो गई !

♻बड़ी मेहनत से जिसने पाला,
    आज वो मोहताज हो गई !
♻और कल की छोकरी, तेरे
    सर का ताज हो गई !
♻बीवी हमदर्द और मॉं सरदर्द
     हो गई !

    🔆वाह रे जमाने तेरी हद .........
♻पेट पे सुलाने वाली, पैरों में सो
       रही है !
♻बीवी के लिए लिम्का,
      मॉं पानी को रो रही है !
♻सुनता नहीं कोई, वो आवाज
     देते देते सो गई !

    🔆वाह रे जमाने तेरी हद .........
♻मॉं मांजती है बर्तन , वो सजती
       संवरती है !
♻अभी निपटी ना बुढ़िया तू ,
       इस लीये उस पर बरसती है !
♻अरे दुनिया को आई मौत,
       मौत तेरी कहॉ गुम हो गई !
       
   🔆वाह रे जमाने तेरी हद ..........
♻अरे जिसकी कोख में पला,
     अब उसकी छाया बुरी लगती है,

♻बैठे होण्डा पे महबूबा,
     कन्धे पर हाथ जो रखती,
♻वो यादें अतीत की,
       वो मोहब्बतें मॉ की,
                 सब रद्द हो गई !
 🔆 वाह रे जमाने तेरी हद ...........

♻बेबस हुई मॉ अब,
      दिए टुकड़ो पर पलती है,
♻अतीत को याद कर,
     तेरा प्यार पाने को मचलती है !
♻अरे मुसीबत जिसने उठाई,
       वो खुद मुसीबत हो गई !

 🔆 वाह रे जमाने तेरी हद .......
♻🌿♻🌿♻🌿♻🌿♻🌿.





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