*#हिन्दुओं याद रखना #मोदी,#योगी,और #शाह,इनकी #ईमानदारी पे कभी शक मत करना,,क्योंकि ये कोई नेता नही

Thursday, 23 April 2015

nice line

: लोहे की एक छड़ का मूल्य होता है 250 रूपये.
इससे घोड़े की नाल बना दी जाये
तो इसका मूल्य हो जाता है 1000 रूपये.
इससे सुईयां बना दी जायें तो इसका मूल्य हो जाता है 10,000 रूपये.

इससे घड़ियों के बैलेंस स्प्रिंग बना दिए जायें तो इसका मूल्य हो जाता है 1,00,000 रूपये... --

"आपका अपना मूल्य-- इससे निर्धारित नहीं होता कि आप क्या है बल्कि इससे निर्धारित होता है कि आप में खुद को क्या बनाने की क्षमता है"!!!!
इतने छोटे बनिए कि
हर कोई आपके साथ बैठे,
..ओर इतने बड़े बनिए कि
आप खड़े हो तो कोई बैठा न रहे..!!

कभी कभी
आप अपनी जिंदगी से
निराश हो जाते हैं,
जबकि
दुनिया में उसी समय
कुछ लोग
आपकी जैसी जिंदगी
जीने का सपना देख रहे होते हैं।


घर पर खेत में खड़ा बच्चा
आकाश में उड़ते हवाई जहाज
को देखकर
उड़ने का सपना देख रहा होता है,
परंतु
उसी समय
उसी हवाई जहाज का पायलट
खेत ओर बच्चे को देख
घर लौटने का सपना
देख रहा होता है।

यही जिंदगी है।
जो तुम्हारे पास है उसका मजा लो।


अगर धन-दौलत रूपया पैसा ही
खुशहाल होने का सीक्रेट होता,
तो अमीर लोग नाचते दिखाई पड़ते,
लेकिन सिर्फ गरीब बच्चे
ऐसा करते दिखाई देते हैं।


अगर पाॅवर (शक्ति) मिलने से
सुरक्षा आ जाती
तो
नेता अधिकारी
बिना सिक्युरिटी के नजर आते।
परन्तु
जो सामान्य जीवन जीते हैं,
वे चैन की नींद सोते हैं।


अगर खुबसुरती और प्रसिद्धि
मजबूत रिश्ते कायम कर सकती
तो
सेलीब्रिटीज् की शादियाँ
सबसे सफल होती।
जबकि इनके तलाक
सबसे सफल होते हैं


इसलिए दोस्तों,
यह जिंदगी ......

सभी के लिए खुबसुरत है
इसको जी भरकर जीयों,
इसका भरपूर लुत्फ़ उठाओ
क्योंकि
जिदंगी ना मिलेगी दोबारा...


सामान्य जीवन जियें...
विनम्रता से चलें ...
और
ईमानदारी पूर्वक प्यार करें...

स्वर्ग यहीं हैं...💐💐💐💐💐💐


स्वर्ग में सब कुछ है लेकिन मौत नहीं है,
गीता में सब कुछ है लेकिन झूठ नहीं है,
दुनिया में सब कुछ है लेकिन किसी को सुकून नहीं है,
और
आज के इंसान में सब कुछ है लेकिन सब्र नहीं ‬ Kisi ne kya khoob kaha hai :

ना खुशी खरीद पाता हू ना ही गम बेच पाता हू फिर भी मै ना जाने क्यु हर रोज कमाने जाता हू.... 🚶
           
..🙏 एक बन्दे ने पूछा क्या है "जिन्दगी"
खूबसूरत क्यो हे? जवाब मिला!!
ना सुख, ना दुख, ना गम, ना खुशी जिन्दगी
अपने-अपने कर्मों का हिसाब है जिन्दगी
🙏🙏
: ख़ुशियाँ कम और अरमान बहुत है,
जिसे भी देखिये यहाँ हैरान बहुत है ।।

क़रीब से देखा तो है रेत का घर,
दूर से मगर उसकी शान बहुत है ।।

कहते है सच का कोई सानी नहीं,
आज तो झूठ की आन बान बहुत है ।।

मुश्किल से मिलता है शहर में आदमी,
यूँ तो कहने को इंसान बहुत है ।।

वक़्त पे ना पहचाने ये अलग बात,
वैसे तो शहर में अपनी पहचान बहुत है ।।
""
🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
अंधे को मंदिर आया देख
 लोग हँसकर बोले -
"मंदिर में दर्शन के लिए आए तो हो,
🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸💐💐💐💐💐💐💐
पर क्या भगवान को देख पाओगे?"
अन्धे ने बहुत ही खूबसूरत जवाब दिया दोस्तों
मेरे पास आँख नहीं हे तो में अपने भगवान् को नहीं देख पायुंगा पर आप लोग तो दो दो आँख होते हुए भी अभी तक भगवान् को नहीं देख पाये हो
🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
 और अंधे ने कहा -"क्या फर्क पडता है, में देख पायु या नहीं पर
मेरा भगवान तो
मुझे देख लेगा."
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
[ कर लेते है हौसला बुलन्द
जिन्हे चाह होती है कुछ कर जाने की।
वो क्या करेगें सामना तुफानो का
जिन्हे चाह होती है घर की रोटी खाने की।




🙏चोर उच्चकों को शाबाशियां मिलती हैं
भलेमानस को आज गालियां मिलती हैं ।
खुद तो वो कुछ भी काम करेंगे नही पर
औरों के काम में उनको खामियां मिलती हैं।...

🌹🌹🙏




 मै जब भी पार्क मे सुबह जागिंग के लिए जाता तो एक अंकल आंटी
को पार्क के कोने वाले बैंच पर गुमसुम बैठा देखता...
शुरू शुरू मे तो मेरा ध्यान उनकी तरफ नही गया लेकिन जब भी मै
उनके करीब से दौड़ते हुए गुजरता तो महसूस करता कि वो मुझसे कुछ
कहना चाहती हैं...
आखिरकार जागिंग करने के बाद एक दिन मै उनके पास बैंच पर जा
बैठा परिचय के बाद पता चला कि उनका एक बेटा है जो कि दूसरे
शहर मे रहता है और खर्चा पानी भेजता रहता है अंकल भी सरकारी
नौकरी से रिटायर है उनकी भी पेंशन आती है गुजर बसर अच्छे से हो
जाता है...
जब मै उठकर चलने लगा तो आंटी बोली--बेटा, मेरा एक काम कर
दोगे..?
मैने कहा हाँ हाँ क्यों नही..
आंटी बोली--बेटा फोन तो तेरे अंकल ने ला दिया लेकिन हमें फेसबुक
अपलोड करना नही आता तुम कर दो ना प्लीज...और हाँ एक सुन्दर
सी किसी हिरोइन की तस्वीर भी डाल देना जिसको आजकल के लडके
ज्यादा पसंद करते है।
मै अचरज मे पड़ गया आंटी कैसी कैसी बातें कर रही है आखिर करना
क्या चाहती है खैर मैने फेसबुक अपलोड कर श्रद्धा कपूर की फोटो
अपलोड कर दी नाम के लिए पूछा तो आंटी बोली कोई भी प्यारा सा
नाम जो आजकल के लड़कों को अच्छा लगता हो खैर वो भी मैने
सृष्टि नाम डाल दिया उस आंटी ने मेरा धन्यवाद किया और उठकर
चलने लगी...
तो मुझसे रहा नही गया मैने पूछा-- आंटी, अगर बुरा ना मानो तो मै
आपसे एक बात पूछूं..?
आंटी बोली--पूछो बेटा बुरा मानने वाली तो कोई बात ही नही..
मैने झिझकते हुए पूछा--आंटी आपने जो तस्वीर व नाम अपलोड
करवाया है उसका आप क्या करोगी...?
आंटी बोली--बेटा पैसे तो बेटा हर महीने भेज देता है लेकिन बेटा बहू
और पोते पोती को देखे कई कई महीने बीत जाते हैं सुना है फेसबुक
पर परिवार की फोटो बीवी बच्चो की फोटो लोग डालते रहते है अब
हम लोगों की फ्रैण्ड रिक्वैस्ट तो वो स्वीकार करेगा नही...इसलिए
तुमसे वो फोटो और नाम दूसरा डलवाया ताकि हम कम से कम उसके
मां बाप बनकर ना सही मित्र बनकर ही सही उसको व उसके बीवी
बच्चो को बड़ा होते देख सकें.....
उसके आगे जो भी उस आंटी ने कहा मै सुन नही पाया क्योंकि दिमाग
ने सोचना बन्द कर दिया था बस मै उन अंकल आंटी को एक नई
उम्मीद के कदमों से घर लौटते हुए देख रहा था.....
और एक सबक मैने भी घर लौटते वक्त आज खुद को दिया कि दुनिया
के टच मे रहने से पहले उनके टच मे रहना ज्यादा जरूरी है जिन्होने
हमे जन्म दिया है.......
 हम जन्मे नहीं हे हमें जन्म दिया गया है
  थैंक्स यु। "टीटु द ग्रेट" यार

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